बी ए - एम ए >> बीए सेमेस्टर-3 गृहविज्ञान बीए सेमेस्टर-3 गृहविज्ञानसरल प्रश्नोत्तर समूह
|
0 |
बीए सेमेस्टर-3 गृहविज्ञान
प्रश्न- एच. आई. वी. वायरस क्या है? इससे होने वाला रोग, कारण, लक्षण एवं बचाव बताइये।
अथवा
एड्स पर निबन्ध लिखिए।
अथवा
"एड्स एक यौन संचारित रोग है।' इसके कारण, निवारण लिखिए।
सम्बन्धित लघु उत्तरीय प्रश्न
1- एच. आई. वी वायरस क्या है?
2- एड्स का मुख्य कारण क्या है?
3- एड्स के लक्षण क्या हैं?
4- एड्स के बचाव लिखिए।
उत्तर -
(AIDS / HIV)
मनुष्यों में पाया जाने वाला सबसे भयानक रोग एड्स एक यौन रोग है। एड्स को Acquired Immunity Deficiency Syndrome नाम से भी जाना जाता है। यह रोग एक विषाणु से फैलता है जिसे HIV I और HIV-II अर्थात् Human Immuno Deficiency Virus के रूप में जाना जाता है। एड्स रोग में कोई व्यक्ति मरता नहीं है पर इसके डर से मानसिक रूप से इतना प्रभावित हो जाता है कि आधी जान डर से निकल जाती है। एड्स रोग से व्यक्ति के शरीर में रोगरोधन या प्रतिरक्षा क्षमता बिल्कुल समाप्त हो जाती है। इस रोग के कीटाणु शरीर में जाकर हमारे श्वेत रक्त कण जो हमें रोग से बचाते हैं उन्हें पूर्णतया नष्ट कर देते हैं। अतः मनुष्य की रोगरोधन क्षमता समाप्त हो जाती है। जिससे वह अन्य रोगों से नहीं लड़ सकता। शरीर दिन-प्रतिदिन कमजोर पड़ता जाता है।
एड्स की पहचान 1981 में अमेरिका के डॉक्टर माइकल गॉटलीव ने की और यह ज्ञात रोग एक विशेष विषाणु जिसे H. T. L. V. नाम दिया। हर साल 1 दिसम्बर को 'वर्ल्ड एड्स डे के रूप में मनाया जाता है।
एड्स के कारण - एड्स बीमारी होने के मुख्य कारण निम्नलिखित हैं।-
(1) इसका मुख्य कारण एच. आई. वी. वायरस होता है।
(2) असुरक्षित यौन सम्बन्ध।
(3) संक्रमित स्त्री या पुरूष के साथ असुरक्षित यौन सम्बन्ध स्थापित करने से।
(4) दूषित सुईयों और मरीजों से नशीली औषधियों से।
(5) संक्रमित रक्त के रक्त दान से एड्स के रोग से, संक्रमित रोगी का रक्त चढ़ाने से।
(6) संक्रमित माता से उसके बच्चों में।
(7) संक्रमित माता द्वारा बच्चों को स्तनपान करने से।
(8) वेश्यावृत्ति, उभयलिंगी, विपरीत लिंग संभोग से।
एड्स के लक्षण - एड्स के लक्षण निम्नलिखित हैं-
1 वजन घटना
2- अत्यधिक शारीरिक और मानसिक क्षीणता
3- चिन्ता, भय, नींद न आना, सारे शरीर में दर्द
4- खांसी, बुखार, सांस का बढ़ना
5- पेचिश या बार-बार लम्बी अवधि तक दस्त लगना
6- भोजन निगलने में कष्ट होना, भूख कम लगना, रात्रि को पसीना आना, जीभ पर छाले होना।
7- लिम्फ नोड्स की पुलावट, कांख जांघ के पास की गिल्टियों में सूजन आना।
8- अनेक अंगो के शोध व स्राव बार-बार हरपीज जोस्टर होना।
9- त्वचा पर चकत्ते, धब्बे पड़ना, खुजली होना।
10- ज्वर एक माह की अवधि तक चलना।
11- नाड़ी की गति तीव्र होना।
12- रोग प्रतिरोधन शक्ति का कम होना, टी-4 में कमी आना।
13- कमजोरी आना।
14- रोग प्रतिरोधक क्षमता कम हो जाने से अन्य बीमारियाँ भी हो सकती है जैसे - निमोनिया, क्षयरोग (T.B.), असामान्य संक्रमण, कैंसर, मलेरिया, ग्रन्थियों के रोग, दिमागी ज्वर व जठर आन्त्र रोग से भी ग्रसित हो सकता है।
रोग की उद्भव अवधि - इस रोग की उद्भव अवधि पूर्ण रूप से निश्चित नहीं है। अन्य सभी संक्रामक रोगों की तुलना में एड्स की उद्भव अवधि काफी अधिक होती है। विभिन्न अध्ययनों से ज्ञात हुआ है कि एड्स की उद्भव अवधि प्रायः 6 माह से 10 वर्ष तक कुछ भी हो सकती है।
बचाव के उपाय - एड्स का बचाव ही निदान है, इसके लिए उपाय निम्नलिखित हैं :
1. एड्स का प्रबन्धन - निगरानी, नियन्त्रण नैदानिक प्रबंध कार्यक्रम प्रबंध क्षमता को दृढ करना।
2. सुरक्षित यौन सम्बन्ध - अप्राकृतिक यौन संबंधों से दूर रहना। कन्डोम का उपयोग यौन सम्बन्ध के दौरान करना। संभोग के समय प्रजनन अंगों पर घाव न हो, 'एक पति एक पत्नी धर्म निभाना आदि बचाव के उपाय हैं।
3. माता से बच्चे को संक्रमण पर रोकथाम - माँ का यथासंभव HIV से बचाव। संक्रमित माँ तथा नवजात को एन्टिरिट्रोवाइरल (ART) उपचार। प्रसव ऑपरेशन द्वारा करना। बच्चे को स्तनपान नहीं कराना।
4. रक्त संचार जनित प्रसार पर नियन्त्रण - हर बार नई सुई का उपयोग, संक्रमित व्यक्ति के रक्त को स्वस्थ व्यक्ति में न चढ़ाने दें। कान-नाक छेदन, गुदना गुदवाने में सावधानी रखें।
5. स्वास्थ्य शिक्षा - स्कूल कॉलेज स्तर पर AIDS से सम्बन्धित शिक्षा देनी चाहिए। चारित्रिक मूल्यों का विकास करना चाहिए। जागरूकता कार्यक्रम आयोजित करना चाहिए। भ्रान्तियों को दूर करना जैसे AIDS आपसी स्पर्श से नहीं फैलता है, भोजन, पानी के माध्यम से नहीं फैलता है।
6. उपचार - एड्स का कोई टीका उपलब्ध नहीं है न ही कोई सही दवा है। संक्रमण को रोकती हैं इन्हें ARV (एन्टीरिट्रोवाइरल) कहते हैं। ARV निम्न हैं-
कुछ दवाईयाँ डिडैनोसाइन, एबकेविर, टोनीफीवर, नैविटैप्रिन, स्टावुडिम आदि।
अंग्रेजी में एक कहावत है “Prevention is better than Care.”
|
- प्रश्न- आहार आयोजन से आप क्या समझती हैं? आहार आयोजन का महत्व बताइए।
- प्रश्न- आहार आयोजन करते समय ध्यान रखने योग्य बातें बताइये।
- प्रश्न- आहार आयोजन को प्रभावित करने वाले विभिन्न कारकों का वर्णन कीजिए।
- प्रश्न- एक खिलाड़ी के लिए एक दिन के पौष्टिक तत्वों की माँग बताइए व आहार आयोजन कीजिए।
- प्रश्न- एक दस वर्षीय बालक के पौष्टिक तत्वों की मांग बताइए व उसके स्कूल के लिए उपयुक्त टिफिन का आहार आयोजन कीजिए।
- प्रश्न- "आहार आयोजन करते हुए आहार में विभिन्नता का भी ध्यान रखना चाहिए। इस कथन को स्पष्ट कीजिए।
- प्रश्न- आहार आयोजन के सिद्धान्तों का वर्णन कीजिए।
- प्रश्न- दैनिक प्रस्तावित मात्राओं के अनुसार एक किशोरी को ऊर्जा की आवश्यकता होती है।
- प्रश्न- सन्तुलित आहार क्या है? सन्तुलित आहार आयोजित करते समय किन-किन बातों को ध्यान में रखना चाहिए?
- प्रश्न- आहार द्वारा कुपोषण की दशा में प्रबन्ध कैसे करेंगी?
- प्रश्न- वृद्धावस्था में आहार को अति संक्षेप में समझाइए।
- प्रश्न- आहार में मेवों का क्या महत्व है?
- प्रश्न- सन्तुलित आहार से आप क्या समझती हैं? इसके उद्देश्य बताइये।
- प्रश्न- वर्जित आहार पर टिप्पणी लिखिए।
- प्रश्न- शैशवावस्था में पोषण पर एक निबन्ध लिखिए।
- प्रश्न- शिशु के लिए स्तनपान का क्या महत्व है?
- प्रश्न- शिशु के सम्पूरक आहार पर एक संक्षिप्त टिप्पणी लिखिए।
- प्रश्न- किन परिस्थितियों में माँ को अपना दूध बच्चे को नहीं पिलाना चाहिए?
- प्रश्न- फार्मूला फीडिंग आयोजन पर एक लेख लिखिए।
- प्रश्न- 1-5 वर्ष के बालकों के शारीरिक विकास का वर्णन करते हुए उनके लिए आवश्यक पौष्टिक आहार की विवेचना कीजिए।
- प्रश्न- 6 से 12 वर्ष के बालकों की शारीरिक विशेषताओं का वर्णन करते हुए उनके लिए आवश्यक पौष्टिक आहार की विवेचना कीजिए।
- प्रश्न- विभिन्न आयु वर्गों एवं अवस्थाओं के लिए निर्धारित आहार की मात्रा की सूचियाँ बनाइए।
- प्रश्न- एक किशोर लड़की के लिए पोषक तत्वों की माँग बताइए।
- प्रश्न- एक किशोरी का एक दिन का आहार आयोजन कीजिए तथा आहार तालिका बनाइये।
- प्रश्न- एक सुपोषित बच्चे के लक्षण बताइए।
- प्रश्न- वयस्क व्यक्तियों की पोषण सम्बन्धी आवश्यकताओं का विस्तारपूर्वक वर्णन कीजिए।
- प्रश्न- वृद्धावस्था की प्रमुख पोषण सम्बन्धी आवश्यकताएँ कौन-कौन-सी हैं?
- प्रश्न- एक वृद्ध के लिए आहार योजना बनाते समय आप किन बातों को ध्यान में रखेंगी?
- प्रश्न- वृद्धों के लिए कौन से आहार सम्बन्धी परिवर्तन करने की आवश्यकता होती है? वृद्धावस्था के लिए एक सन्तुलित आहार तालिका बनाइए।
- प्रश्न- गर्भावस्था में कौन-कौन से पौष्टिक तत्व आवश्यक होते हैं? समझाइए।
- प्रश्न- स्तनपान कराने वाली महिला के आहार में कौन से पौष्टिक तत्वों को विशेष रूप से सम्मिलित करना चाहिए।
- प्रश्न- एक गर्भवती स्त्री के लिए एक दिन का आहार आयोजन करते समय आप किन किन बातों का ध्यान रखेंगी?
- प्रश्न- एक धात्री स्त्री का आहार आयोजन करते समय ध्यान रखने योग्य बातें बताइये।
- प्रश्न- मध्य बाल्यावस्था क्या है? इसकी विशेषतायें बताइये।
- प्रश्न- मध्य बाल्यावस्था का क्या अर्थ है? मध्यावस्था में होने वाले शारीरिक परिवर्तनों का वर्णन कीजिए।
- प्रश्न- शारीरिक विकास का क्या तात्पर्य है? शारीरिक विकास को प्रभावित करने वाले करकों को समझाइये।
- प्रश्न- क्रियात्मक विकास का क्या अर्थ है? क्रियात्मक विकास को परिभाषित कीजिए एवं मध्य बाल्यावस्था में होने वाले क्रियात्मक विकास को समझाइये।
- प्रश्न- क्रियात्मक कौशलों के विकास का वर्णन करते हुए शारीरिक कौशलों के विभिन्न प्रकारों का वर्णन कीजिए।
- प्रश्न- सामाजिक विकास से आप क्या समझते हैं? सामाजिक विकास के लिए किन मानदण्डों की आवश्यकता होती है? सामाजिक विकास की विभिन्न अवस्थाओं का वर्णन कीजिए।
- प्रश्न- समाजीकरण को परिभाषित कीजिए।
- प्रश्न- सामाजिक विकास को प्रभावित करने वाले तत्वों की विस्तारपूर्वक चर्चा कीजिए।
- प्रश्न- बालक के सामाजिक विकास के निर्धारकों का वर्णन कीजिए।
- प्रश्न- समाजीकरण से आप क्या समझती हैं? इसकी प्रक्रियाओं की व्याख्या कीजिए।
- प्रश्न- सामाजिक विकास से क्या तात्पर्य है? इनकी विशेषताओं का विस्तारपूर्वक वर्णन कीजिए।
- प्रश्न- उत्तर बाल्यावस्था में सामाजिक विकास का क्या तात्पर्य है? उत्तर बाल्यावस्था की सामाजिक विकास की विशेषताओं का वर्णन कीजिए।
- प्रश्न- संवेग का क्या अर्थ है? उत्तर बाल्यावस्था में संवेगात्मक विकास का वर्णन कीजिए।
- प्रश्न- संवेगात्मक विकास की विशेषताएँ लिखिए एवं बालकों के संवेगों का क्या महत्व है?
- प्रश्न- बालकों के संवेग कितने प्रकार के होते हैं? बालक तथा प्रौढों के संवेगों में अन्तर बताइये।
- प्रश्न- संवेगात्मक विकास को प्रभावित करने वाले कारकों का वर्णन कीजिए।
- प्रश्न- बच्चों के भय के क्या कारण हैं? भय के निवारण एवं नियन्त्रण के उपाय लिखिए।
- प्रश्न- संज्ञान का अर्थ एवं परिभाषा लिखिए। संज्ञान के तत्व एवं संज्ञान की विभिन्न अवस्थाओं का वर्णन कीजिए।
- प्रश्न- संज्ञानात्मक विकास से क्या तात्पर्य है? इसे प्रभावित करने वाले कारकों का वर्णन कीजिए।
- प्रश्न- भाषा से आप क्या समझते हैं? वाणी एवं भाषा का क्या सम्बन्ध है? मानव जीवन के लिए भाषा का क्या महत्व है?
- प्रश्न- भाषा- विकास की विभिन्न अवस्थाओं का विस्तार से वर्णन कीजिए।
- प्रश्न- भाषा-विकास से आप क्या समझती? भाषा-विकास पर प्रभाव डालने वाले कारक लिखिए।
- प्रश्न- बच्चों में पाये जाने वाले भाषा सम्बन्धी दोष तथा उन्हें दूर करने के उपाय बताइए।
- प्रश्न- भाषा से आप क्या समझती हैं? भाषा के मापदण्ड की चर्चा कीजिए।
- प्रश्न- भाषा से आप क्या समझती हैं? बालक के भाषा विकास के प्रमुख स्तरों की व्याख्या कीजिए।
- प्रश्न- भाषा के दोष के प्रकारों, कारणों एवं दूर करने के उपाय लिखिए।
- प्रश्न- मध्य बाल्यावस्था में भाषा विकास का वर्णन कीजिए।
- प्रश्न- सामाजिक बुद्धि का आशय स्पष्ट कीजिए।
- प्रश्न- 'सामाजीकरण की प्राथमिक प्रक्रियाएँ' पर टिप्पणी लिखिए।
- प्रश्न- बच्चों में भय पर टिप्पणी कीजिए।
- प्रश्न- बाह्य शारीरिक परिवर्तन, संवेगात्मक अवस्थाओं को समझाइए।
- प्रश्न- संवेगात्मक अवस्था में होने वाले परिवर्तन क्या हैं?
- प्रश्न- संवेगों को नियन्त्रित करने की विधियाँ बताइए।
- प्रश्न- क्रोध एवं ईर्ष्या में अन्तर बताइये।
- प्रश्न- बालकों में धनात्मक तथा ऋणात्मक संवेग पर टिप्पणी लिखिए।
- प्रश्न- भाषा विकास के अधिगम विकास का वर्णन कीजिए।
- प्रश्न- भाषा विकास के मनोभाषिक सिद्धान्त का वर्णन कीजिए।
- प्रश्न- बालक के हकलाने के कारणों को बताएँ।
- प्रश्न- भाषा विकास के निर्धारकों का वर्णन कीजिए।
- प्रश्न- भाषा दोष पर टिप्पणी लिखिए।
- प्रश्न- भाषा विकास के महत्व को समझाइये।
- प्रश्न- वयः सन्धि का क्या अर्थ है? वयः सन्धि अवस्था में होने वाले शारीरिक परिवर्तनों का वर्णन कीजिए।
- प्रश्न- निम्नलिखित पर टिप्पणी लिखिए - (a) वयःसन्धि में लड़के लड़कियों में यौन सम्बन्धी परिपक्वता (b) वयःसन्धि में लैंगिक क्रिया-कलाप (e) वयःसन्धि में नशीले पदार्थों का उपयोग एवं दुरूपयोग (d) वय: सन्धि में आहार सम्बन्धी आवश्यकताएँ।
- प्रश्न- यौन संचारित रोग किसे कहते हैं? भारत के प्रमुख यौन संचारित रोग कौन-कौन से हैं? वर्णन कीजिए।
- प्रश्न- एच. आई. वी. वायरस क्या है? इससे होने वाला रोग, कारण, लक्षण एवं बचाव बताइये।
- प्रश्न- ड्रग और एल्कोहल एब्यूज डिसआर्डर क्या है? विस्तार से समझाइये।
- प्रश्न- किशोर गर्भावस्था क्या है? किशोर गर्भावस्था के कारण, लक्षण, किशोर गर्भावस्था से बचने के उपाय बताइये।
- प्रश्न- युवाओं में नशीले पदार्थ के सेवन की समस्या क्यों बढ़ रही है? इस आदत को कैसे रोका जा सकता है?
- प्रश्न- किशोरावस्था में संज्ञानात्मक विकास, भाषा विकास एवं नैतिक विकास का वर्णन कीजिए।
- प्रश्न- सृजनात्मकता का क्या अर्थ है? सृजनात्मकता की परिभाषा लिखिए। किशोरावस्था में सृजनात्मक विकास कैसे होता है? समझाइये।
- प्रश्न- किशोरावस्था की परिभाषा देते हुये उसकी अवस्थाएँ लिखिए।
- प्रश्न- किशोरावस्था की विशेषताओं को विस्तार से समझाइये।
- प्रश्न- किशोरावस्था में यौन शिक्षा पर एक निबन्ध लिखिये।
- प्रश्न- किशोरावस्था की प्रमुख समस्याओं पर प्रकाश डालिये।
- प्रश्न- किशोरावस्था क्या है? किशोरावस्था में विकास के लक्षण स्पष्ट कीजिए।
- प्रश्न- किशोरावस्था को तनाव या तूफान की अवस्था क्यों कहा गया है?
- प्रश्न- प्रारम्भिक वयस्कावस्था में 'आत्म प्रेम' (Auto Emoticism ) को स्पष्ट कीजिए।
- प्रश्न- किशोरावस्था से क्या आशय है?
- प्रश्न- किशोरावस्था में परिवर्तन से सम्बन्धित सिद्धान्त कौन से हैं?
- प्रश्न- किशोरावस्था की प्रमुख सामाजिक समस्याएँ लिखिए।
- प्रश्न- आत्म की मुख्य विशेषताएँ लिखिए।
- प्रश्न- शारीरिक छवि की परिभाषा लिखिए।
- प्रश्न- प्राथमिक सेक्स की विशेषताएँ लिखिए।
- प्रश्न- किशोरावस्था के बौद्धिक विकास पर संक्षिप्त टिप्पणी लिखिए।
- प्रश्न- सृजनात्मकता और बुद्धि में क्या सम्बन्ध है?
- प्रश्न- प्रौढ़ावस्था से आप क्या समझते हैं? प्रौढ़ावस्था में विकासात्मक कार्यों का वर्णन कीजिए।
- प्रश्न- प्रारंभिक वयस्कावस्था के मानसिक लक्षणों पर प्रकाश डालिये।
- प्रश्न- वैवाहिक समायोजन से क्या तात्पर्य है? विवाह के पश्चात् स्त्री एवं पुरुष को कौन-कौन से मुख्य समायोजन करने पड़ते हैं?
- प्रश्न- प्रारंभिक वयस्कतावस्था में सामाजिक विकास की विवेचना कीजिए।
- प्रश्न- उत्तर व्यस्कावस्था में कौन-कौन से परिवर्तन होते हैं तथा इन परिवर्तनों के परिणामस्वरूप कौन-कौन सी रुकावटें आती हैं?
- प्रश्न- वृद्धावस्था से क्या आशय है? संक्षेप में लिखिए।
- प्रश्न- वृद्धावस्था में संज्ञानात्मक सामर्थ्य एवं बौद्धिक पक्ष पर प्रकाश डालिए।
- प्रश्न- पूर्व प्रौढ़ावस्था की प्रमुख विशेषताओं के बारे में लिखिये।
- प्रश्न- युवा प्रौढ़ावस्था शब्द को परिभाषित कीजिए। माता-पिता के रूप में युवा प्रौढ़ों के उत्तरदायित्वों का वर्णन कीजिए।
- प्रश्न- वृद्धावस्था में रचनात्मक समायोजन पर टिप्पणी लिखिए?
- प्रश्न- उत्तर वयस्कावस्था (50-60 वर्ष) में हृदय रोग की समस्याओं का विवेचन कीजिए।
- प्रश्न- वृद्धावस्था में समायोजन को प्रभावित करने वाले कारकों को विस्तार से समझाइए।
- प्रश्न- उत्तर-वयस्कावस्था में स्वास्थ्य पर टिप्पणी लिखिए।